Lord Chitragupta

भगवान चित्रगुप्त मनुष्य के जन्म व मृत्यु का करते है समय तय, देखें पूजा का शुभ मुहूर्त

Lord-Chitragupta

Lord Chitragupta decides the time of birth and death of man

आज यानि 26 अक्तूबर 2022 के दिन देशभर में भाई दूज पर्व के साथ चित्रगुप्त पूजा पर्व भी मनाया जा रहा है। आज के दिन भगवान चित्रगुप्त की पूजा से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है। यह पूजा विशेषत: कारोबारी अपने व्यवसाय में बरकत के लिए करते हैं। भगवान चित्रगुप्त यमराज के सहायक माने जाते हैं जो मनुष्य के जन्म और मृत्यु का समय तय करते हैं। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखते हैं कि उनके तय किए गए समय पर ही जीवन-मृत्यु का चक्र चलता रहे। 

ब्रह्मा जी के तप से हुआ था जन्म 
शास्त्रों के अनुसार जब ब्रह्मा जी सृष्टि की रचना कर रहे थे। तब उन्होंने जीवन को सुचारू रूप से चलाने के लिए और जीवन-मृत्यु के चक्र को चलाने के लिए यमराज की उत्पत्ति भी की थी। जब यमराज को यह पता चला कि उनका जन्म सृष्टि के लोगों के उद्धार के लिए हुआ है। तो उन्होंने इसके लिए ब्रह्मा जी से एक सहायता मांगी। सहायता हेतु ब्रह्मा जी ने कठोर तप किया और उस तप से भगवान चित्रगुप्त की उत्पत्ति हुई। तब से भगवान चित्रगुप्त यमराज के दूत बनकर सभी मनुष्य के जीवन-मृत्यु के समय और जीवन में किए गए पाप-पुण्य का लेखा-जोखा रखते हैं।

भगवान चित्रगुप्त की पूजा का महत्व
शास्त्रों के अनुसार भगवान चित्रगुप्त की पूजा करने से व्यवसाय में बहुत लाभ मिलता है और व्यापार के साथ-साथ घर में भी सुख-शांति बनी रहती है। इस दिन व्यापारी भगवान चित्रगुप्त के चरणों में अपना बहीखाता रखते हैं और उनसे व्यवसाय में बरकत की कामना करते हैं। माना जाता है कि इस दिन नए व्यवसाय का शुभारम्भ करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है और उसे उन्नति प्राप्त होती है।

चित्रगुप्त पूजा मुहूर्त 
द्वितीया तिथि प्रारंभ: 26 अक्टूबर 2022 को दोपहर 02:42 से

द्वितीया तिथि समाप्त: 27 अक्टूबर 2022 को दोपहर 12:45 पर

चित्रगुप्त पूजा मुहूर्त: दोपहर 01:18 से दोपहर 03:33 तक

 

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